बिहार की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है, जब एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक मुस्लिम महिला का हिजाब नीचे किए जाने का मामला सामने आया। इस घटना को लेकर देशभर में प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। प्रसिद्ध गीतकार और कवि जावेद अख्तर ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिना शर्त माफी की मांग की है।
जावेद अख्तर ने गुरुवार (18 दिसंबर 2025) को कहा कि किसी भी महिला के पहनावे में इस तरह हस्तक्षेप करना न केवल असंवेदनशील है, बल्कि उसकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता और गरिमा का भी उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद नहीं की जा सकती।
यह घटना पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुई, जहां मुख्यमंत्री मंच पर मौजूद थे। उसी दौरान उन्होंने पास खड़ी एक मुस्लिम महिला का हिजाब नीचे कर दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो सामने आने के बाद इस पर तीखी बहस शुरू हो गई और कई लोगों ने इसे महिला की निजता और धार्मिक पहचान का अपमान बताया।
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जावेद अख्तर ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां हर नागरिक को अपनी धार्मिक आस्था और पहनावे की स्वतंत्रता प्राप्त है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं समाज में गलत संदेश देती हैं और अल्पसंख्यक समुदाय में असुरक्षा की भावना पैदा कर सकती हैं।
इस मामले को लेकर विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने भी सवाल उठाए हैं और मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की है। हालांकि, अब तक बिहार सरकार या मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
हिजाब विवाद ने एक बार फिर सार्वजनिक जीवन में नेताओं के आचरण और संवेदनशीलता पर बहस को तेज कर दिया है।
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