हिमाचल प्रदेश की स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला देवी, जिन्होंने अपनी ड्यूटी निभाने के लिए जान जोखिम में डालकर उफनती नदी को पार किया था, अब सम्मान के नए मुकाम पर पहुंच गई हैं। अगस्त में वायरल हुए एक वीडियो में देखा गया था कि कमला देवी एक नवजात शिशु को टीका लगाने के लिए तेज बहाव वाली नदी में बड़े-बड़े पत्थरों पर छलांग लगाते हुए आगे बढ़ रही हैं। एक हाथ में बच्चे की माँ का फुटवियर और कंधे पर बैग लटकाए हुए, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए किसी भी खतरे की परवाह नहीं की।
इस साहसिक कर्तव्यनिष्ठा के बाद अब उनका "जंप" उन्हें आसमान तक ले गया है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ. साइरस पूनावाला ने कमला देवी को विशेष सम्मान के लिए आमंत्रित किया और उन्हें 5 लाख रुपये का पुरस्कार भी प्रदान किया। संस्थान ने उन्हें विमान यात्रा का आमंत्रण भी भेजा, जो उनके लिए पहली हवाई यात्रा थी। साथ ही उन्हें एक लग्जरी होटल में ठहरने का अवसर दिया गया—यह अनुभव उनके लिए एक सपने जैसा साबित हुआ।
सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा कि कमला देवी भारत के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की उस अदम्य भावना का प्रतीक हैं, जो हर परिस्थिति में लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं। कमला देवी ने सम्मान प्राप्त करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ अपना कर्तव्य निभाया और यह पहचान उनके लिए बेहद प्रेरणादायक है।
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उनकी कहानी ने देशभर में लाखों लोगों को यह संदेश दिया कि समर्पण और मानव सेवा की भावना किसी भी कठिनाई को मात दे सकती है। स्वास्थ्य सेवा में लगे जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के साहस और समर्पण को उजागर करने वाली यह कहानी पूरे देश को प्रेरित कर रही है।
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