हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में मौसम विभाग ने मंगलवार तक अत्यधिक भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य में अब तक 440.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो मौसम के औसत 256.8 मिमी की तुलना में कहीं अधिक है। पाँच जिलों में वर्षा औसत से 100% से भी अधिक दर्ज की गई है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है।
मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला और चंबा जिले सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग बाधित हुए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी जिलों को सतर्क रहने और आवश्यक एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने, यात्रियों को ऊँचाई वाले और संवेदनशील इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है। पर्यटकों को भी खराब मौसम के कारण यात्रा स्थगित करने की अपील की गई है।
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राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए अतिरिक्त टीमों को तैनात किया है और प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक आपूर्ति बनाए रखने की तैयारी की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हालात पर लगातार नज़र रख रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून के सक्रिय होने से अगले 48 घंटे और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। लोगों से सतर्कता बरतने और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।
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