हैदराबाद पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से ₹1.92 करोड़ मूल्य की पुरानी और अमान्य हो चुकी नोटों की करेंसी बरामद की गई। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया था कि कुछ लोग अवैध रूप से विमुद्रीकृत नोटों का सौदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस की विशेष टीम ने छापेमारी के दौरान चार आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा। उनके पास से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों की बड़ी गड्डियां जब्त की गईं। गौरतलब है कि ये नोट नवंबर 2016 में केंद्र सरकार द्वारा विमुद्रीकरण की घोषणा के बाद से वैध नहीं रहे हैं।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी इन नोटों को भारी छूट पर बेचने की फिराक में थे। पुलिस को शक है कि इस मामले में और लोग भी शामिल हो सकते हैं और पूरा नेटवर्क का खुलासा आगे की जांच में हो सकता है। फिलहाल चारों आरोपियों को हिरासत में लेकर विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
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पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पुराने नोटों का किसी भी तरह से लेन-देन करना कानूनन अपराध है। ऐसे मामलों में मनी लॉन्ड्रिंग, धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
यह घटना इस बात का संकेत देती है कि विमुद्रीकरण के इतने सालों बाद भी लोग अब भी अवैध तरीकों से इन नोटों का इस्तेमाल कर त्वरित लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने जनता से अपील की है कि ऐसे मामलों की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें।
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