भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं शोध संस्थान (IISER) ने PhD छात्रा अनामित्रा रॉय की असामान्य मौत की परिस्थितियों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। अनामित्रा रॉय, जो नदिया जिले के हरिंगहाटा कैंपस में जीवन विज्ञान की शोधकर्ता थीं, 8 अगस्त 2025 की सुबह अचानक बीमार होकर AIIMS कल्याणी अस्पताल में भर्ती हुईं। कुछ ही घंटों के भीतर उनका निधन हो गया।
घटना की अनपेक्षित और असामान्य प्रकृति को देखते हुए IISER प्रशासन ने मामले की गंभीरता से जांच करने का निर्णय लिया है। समिति का उद्देश्य मृत्यु के कारणों को स्पष्ट करना और यदि कोई संदिग्ध परिस्थिति पाई जाती है तो उसके आधार पर उचित कार्रवाई करना है।
अनामित्रा की मौत ने संस्थान के अंदर और बाहर शोध समुदाय में चिंता और शोक की लहर दौड़ा दी है। छात्रा के अचानक निधन ने सभी को हैरान कर दिया है, क्योंकि वह अपनी शोध परियोजनाओं में सक्रिय और उत्साही थीं।
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IISER की यह समिति मेडिकल रिकॉर्ड, घटनाक्रम और गवाहों के बयानों की समीक्षा करेगी ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके। इसके अलावा, संस्था ने कहा है कि वे इस मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ काम करेंगे और आवश्यकतानुसार परिवार को भी सहयोग प्रदान करेंगे।
यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि संस्थान में छात्रों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित हो तथा भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
अनामित्रा रॉय की मौत एक दुखद घटना है, और इसके कारणों की जांच से उम्मीद की जा रही है कि शोध समुदाय और छात्रों के बीच विश्वास कायम रहेगा और संस्थान की प्रतिष्ठा भी सुरक्षित रहेगी।
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