भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान जताया है कि देश में मानसून सीजन के दूसरे चरण (अगस्त-सितंबर) में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि देश के अधिकांश हिस्सों में अगस्त में सामान्य वर्षा दर्ज होने की उम्मीद है, जबकि पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के कुछ इलाकों में वर्षा औसत से कम रह सकती है।
महापात्र ने कहा कि मानसून के पहले चरण में बारिश सामान्य से थोड़ी कम रही, लेकिन अगस्त और सितंबर में बेहतर स्थिति देखने को मिल सकती है। उन्होंने बताया कि प्रशांत महासागर में ला नीना जैसी अनुकूल जलवायु परिस्थितियां बन रही हैं, जिससे भारतीय उपमहाद्वीप में वर्षा गतिविधि को बढ़ावा मिलेगा।
आईएमडी के अनुसार, उत्तर-पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत में वर्षा सामान्य या उससे अधिक हो सकती है। इससे खरीफ फसलों की बुवाई और जलाशयों के जल स्तर में सुधार होने की संभावना है। हालांकि, पूर्वोत्तर राज्यों और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में बारिश सामान्य से कम रह सकती है, जिससे स्थानीय जल संकट का खतरा बना रहेगा।
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मौसम विभाग ने राज्यों को सलाह दी है कि वे संभावित भारी वर्षा और बाढ़ से निपटने के लिए अग्रिम तैयारी करें। साथ ही किसानों को समय पर कृषि संबंधी मार्गदर्शन देने के लिए क्षेत्रीय मौसम केंद्रों को सतर्क रहने को कहा गया है।
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