भारत और ऑस्ट्रेलिया ने रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण रक्षा समझौते किए हैं। इन समझौतों के तहत दोनों देशों ने भूमि, वायु, समुद्री और औद्योगिक क्षेत्रों में सहयोग के विस्तारित ढांचे पर सहमति व्यक्त की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि दोनों देशों ने भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा सहयोग के पूरे स्पेक्ट्रम की समीक्षा की। इसमें रक्षा उद्योग, साइबर सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। दोनों देशों के बीच यह सहयोग तकनीकी, औद्योगिक और सामरिक दृष्टिकोण से आने वाले वर्षों में मजबूती लाएगा।
और पढ़ें: IMC 2025: भारत में मोबाइल डेटा अब चाय से भी सस्ता, पीएम मोदी ने बताया दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5G मार्केट
इस समझौते के माध्यम से दोनों देशों ने यह भी प्रतिबद्धता जताई कि साझा प्रशिक्षण कार्यक्रम, सूचना आदान-प्रदान और सामरिक अभ्यास को और अधिक व्यापक बनाया जाएगा। यह पहल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा संबंधों को एक नई ऊंचाई तक ले जाने का प्रयास है।
ऑस्ट्रेलियाई रक्षा अधिकारियों ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के रक्षा उद्योग और आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करने के लिए भी एक अवसर प्रदान करेगा। इससे न केवल रक्षा क्षमताओं में वृद्धि होगी, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा ढांचे में भी सहयोग बढ़ेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह साझेदारी भविष्य में अन्य रणनीतिक साझेदारियों और बहुपक्षीय मंचों में भारत की सक्रिय भूमिका को बढ़ावा देगी।
और पढ़ें: भारत ने यूएन में पाकिस्तान पर अपनी जनता पर बमबारी और व्यवस्थित नरसंहार का आरोप लगाया