भारत और रूस, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अगले महीने नई दिल्ली दौरे के दौरान कई समझौतों, पहलों और परियोजनाओं को अंतिम रूप देने पर विचार कर रहे हैं। इस दौरे की तैयारियों के तहत, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार, 17 नवंबर 2025 को मॉस्को में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ विस्तृत वार्ता की।
जयशंकर ने बैठक में कहा कि कई द्विपक्षीय समझौते, परियोजनाएं और पहल विभिन्न क्षेत्रों में चर्चा के अधीन हैं और आने वाले दिनों में इन्हें अंतिम रूप देने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि ये पहल और समझौते भारत-रूस के “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी” को और सुदृढ़ करेंगे।
विदेश मंत्री ने रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के हालिया प्रयासों का समर्थन भी किया। उन्होंने कहा कि सभी पक्ष इस लक्ष्य की ओर रचनात्मक रूप से बढ़ें और जल्द से जल्द स्थायी शांति स्थापित हो। जयशंकर ने कहा कि भारत-रूस संबंध अंतरराष्ट्रीय स्थिरता का एक महत्वपूर्ण कारक रहे हैं और इनका विकास केवल दोनों देशों के हित में ही नहीं बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है।
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दोनों देशों ने वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया, जिसमें यूक्रेन संकट, मध्य पूर्व और अफगानिस्तान शामिल हैं। इस बैठक को पुतिन के भारत दौरे की तैयारियों के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन का दौरा 5 दिसंबर के आस-पास अपेक्षित है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक शिखर वार्ता होगी। यह शिखर सम्मेलन द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने और नई पहलों पर चर्चा करने का अवसर होगा। भारत और रूस के बीच वार्षिक शिखर बैठक की परंपरा रही है, जो अब तक 22 बार आयोजित हो चुकी है।
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