देशभर के हवाई अड्डों पर भारी अव्यवस्था देखने को मिल रही है, जहां IndiGo यात्रियों को लंबी देरी, रद्द फ्लाइटों और अव्यवस्थित प्रबंधन का सामना करना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर फ्लीयर्स लगातार अपनी परेशानियां साझा कर रहे हैं। The Indian Witness ने इस संकट से जुड़े प्रमुख सवालों के जवाब दिए हैं।
अव्यवस्था की वजहें
IndiGo ने “अप्रत्याशित परिचालन चुनौतियों” को जिम्मेदार ठहराया है—जिनमें टेक्नोलॉजी ग्लिचेस, सर्दियों के कारण समय-सारणी बदलाव, खराब मौसम, एयर ट्रैफिक कंजेशन और सबसे महत्वपूर्ण DGCA द्वारा लागू किए गए नए क्रू रोस्टरिंग नियम (FDTL) शामिल हैं। जनवरी 2024 में लागू हुए इन नियमों के तहत उड़ान क्रू के लिए अधिक विश्राम, रात की परिभाषा में बदलाव, अधिकतम ड्यूटी समय पर सीमा और रात की लैंडिंग की संख्या कम की गई है। इससे कई क्रू निर्धारित समय पर ड्यूटी नहीं कर सके और बड़े पैमाने पर रद्दीकरण हुआ।
IndiGo सबसे ज्यादा क्यों प्रभावित?
IndiGo देश में सबसे अधिक 2,200 उड़ानें प्रतिदिन संचालित करती है। इतने बड़े नेटवर्क में 10-20% उड़ान प्रभावित होने का मतलब 200-400 फ्लाइट्स तक की देरी या कैंसिलेशन है। इसके अलावा, यह एक लो-कॉस्ट एयरलाइन है जो रातभर उड़ानें चलाकर उपयोगिता बढ़ाती रही है, जो नए नियमों के विपरीत है। पायलट संगठनों ने भी दावा किया कि इंडिगो ने समय रहते क्रू तैयारियां नहीं कीं और "लीन मैनपावर" रणनीति पर जोर दिया, जिसके कारण बड़ा संकट खड़ा हुआ।
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कितनी उड़ानें प्रभावित?
पिछले 48 घंटों में 300 से अधिक उड़ानें रद्द हुई हैं, और अगले 24 घंटों में 100 और रद्द होने की संभावना है। हैदराबाद व बेंगलुरु में स्थिति सबसे गंभीर है।
यात्रियों को क्या करना चाहिए?
फ्लाइट स्टेटस लगातार चेक करें, समय से पहले एयरपोर्ट पहुंचें, स्नैक्स एवं दवाइयाँ रखें, लचीलापन विकल्प वाली टिकटें चुनें, और IndiGo के सोशल मीडिया अपडेट देखते रहें।
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