केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राज्य में मौजूद कमजोर और जर्जर इमारतों की स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें स्कूलों, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक भवनों की स्थिति की जांच कर दो हफ्तों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जर्जर इमारतें न केवल आम जनता की सुरक्षा के लिए खतरा हैं बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को भी प्रभावित कर सकती हैं। हाल ही में राज्य में कुछ इमारतों में दरारें आने और ढहने की घटनाओं के बाद यह कदम उठाया गया है।
विजयन ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि वे जिलों में मौजूद सभी सरकारी और निजी स्कूलों, अस्पतालों, कार्यालयों और सार्वजनिक उपयोग की इमारतों का सर्वेक्षण करें। विशेष रूप से उन भवनों पर ध्यान देने को कहा गया है जो दशकों पुराने हैं और जिनकी मरम्मत लंबे समय से नहीं की गई है।
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सरकार का कहना है कि इस रिपोर्ट के आधार पर आपातकालीन मरम्मत कार्य, पुनर्निर्माण या ध्वस्तीकरण की योजना बनाई जाएगी ताकि भविष्य में किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके। साथ ही, भवनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए मानक और दिशानिर्देश भी जारी किए जाएंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम राज्य में बुनियादी ढांचे की मजबूती और सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ाने में मदद करेगा।
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