केरल में हुए महत्वपूर्ण 2025 स्थानीय निकाय चुनावों के परिणाम शनिवार को घोषित किए जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) के अनुसार मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। दो करोड़ से अधिक मतदाताओं द्वारा डाले गए मतों की गिनती 244 केंद्रों और 14 जिला कलेक्टरेटों में की जाएगी।
इन नतीजों का असर राज्य की राजनीति पर गहरा होगा, क्योंकि ये 2026 में होने वाले केरल विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक पार्टियों और मोर्चों की आगामी रणनीति को प्रभावित करेंगे।
गुरुवार को राज्य चुनाव आयुक्त ए. शहजाहन ने बताया कि इस वर्ष हुए स्थानीय निकाय चुनावों में 1995 के बाद से सबसे अधिक मतदान दर्ज किया गया है, जब पहली बार केरल में नागरिक चुनाव आयोजित किए गए थे।
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चुनाव दो चरणों में संपन्न हुए। SEC द्वारा गुरुवार रात 9.30 बजे जारी आंकड़ों के अनुसार, दूसरे चरण में 76.08% मतदान हुआ जबकि पहले चरण, जो 9 दिसंबर को समाप्त हुआ, में 70.91% मतदान दर्ज किया गया। इस प्रकार कुल मतदान 73.69% रहा, जो कि राज्य के इतिहास में सबसे अधिक टर्नआउट में शामिल है।
निर्वाचित पंचायत सदस्यों और नगर परिषद पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह 21 दिसंबर को सुबह 10 बजे आयोजित होगा। वहीं नगर निगम के पार्षदों का शपथ ग्रहण उसी दिन सुबह 11 बजे होगा।
इन चुनावों में उच्च मतदान और व्यापक जनभागीदारी ने यह संकेत दिया है कि लोग स्थानीय शासन में अपनी भूमिका को लेकर जागरूक हैं। अब निगाहें शनिवार को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं, जो स्थानीय निकायों के भविष्य के साथ-साथ राज्य की राजनीतिक दिशा तय करेंगे।
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