कोरियाई युद्ध की वर्षगांठ पर उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन का अमेरिका के खिलाफ 'जीत' का संकल्प
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने कोरियाई युद्ध की 71वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमेरिका के खिलाफ चल रहे 'संघर्ष' में जीत का संकल्प लिया है। 27 जुलाई, 1953 को उत्तर कोरिया ने अमेरिका और चीन के साथ एक संघर्षविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे तीन वर्षों तक चले कोरियाई युद्ध की लड़ाई समाप्त हुई थी। हालांकि, आज तक यह युद्ध आधिकारिक रूप से समाप्त नहीं हुआ है, क्योंकि कोई शांति संधि नहीं हुई।
किम जोंग उन ने इस मौके पर कहा कि उत्तर कोरिया कभी भी अमेरिका के "दबाव" और "धमकियों" के सामने झुकेगा नहीं और वह अपने देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। उन्होंने अमेरिका को “उत्तर कोरिया का मुख्य दुश्मन” करार देते हुए कहा कि संघर्ष अब भी जारी है और उत्तर कोरिया अंततः इसमें जीत हासिल करेगा।
और पढ़ें: थाईलैंड ने कंबोडिया के साथ सीमा संघर्ष समाप्त करने के लिए वार्ता की पेशकश की
उत्तर कोरिया में इस दिन को ‘विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है और इस वर्ष भी सैन्य परेड और राष्ट्रवादी प्रदर्शनों के साथ वर्षगांठ मनाई गई। किम जोंग उन के इस बयान ने एक बार फिर कोरियाई प्रायद्वीप में भू-राजनीतिक तनाव को उजागर कर दिया है।
विश्लेषकों का मानना है कि किम का यह बयान अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यासों के प्रति विरोध का संकेत भी है, जो उत्तर कोरिया लंबे समय से उकसावे की कार्रवाई मानता रहा है।
और पढ़ें: डेटिंग ऐप 'टी' में बड़ा सुरक्षा उल्लंघन, 72,000 महिलाओं की तस्वीरें चोरी