वामपंथी दलों ने भारत-चीन संबंधों में हालिया प्रगति का स्वागत किया है। वरिष्ठ वाम नेता एम.ए. बेबी ने दोनों देशों के बीच हुई सहमति और समझौतों को सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा कि सीमा प्रबंधन पर सहमति, कैलाश मानसरोवर यात्रा के पुनः आरंभ और सीधी उड़ानों को मंजूरी दोनों देशों के रिश्तों में एक नई दिशा प्रदान करेगी।
एम.ए. बेबी के अनुसार, भारत और चीन के बीच विश्वास बहाली और संवाद को आगे बढ़ाना न केवल द्विपक्षीय संबंधों के लिए, बल्कि पूरे एशियाई क्षेत्र में स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पड़ोसी देशों के बीच संवाद और सहयोग से तनाव को कम किया जा सकता है और विकास के नए अवसर पैदा होते हैं।
वाम दलों ने यह भी कहा कि लंबे समय से अटकी कैलाश मानसरोवर यात्रा के पुनः शुरू होने से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, सीधी उड़ानों से व्यापार, पर्यटन और जन-जन के बीच संपर्क में भी वृद्धि होगी।
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इन दलों ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह भारत-चीन संबंधों में इस सकारात्मक माहौल को आगे बढ़ाए और संवाद की प्रक्रिया को निरंतर बनाए रखे। उनका मानना है कि सीमा प्रबंधन के लिए व्यावहारिक समाधान और नियमित संपर्क से विवादित मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जा सकता है।
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