ब्रिटिश-भारतीय उद्योगपति और परोपकारी लॉर्ड स्वराज पॉल का लंदन में निधन हो गया। वे न केवल एक सफल उद्योगपति थे, बल्कि अपने परोपकारी कार्यों के लिए भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध थे। स्वराज पॉल ने न केवल व्यापार जगत में अपनी पहचान बनाई, बल्कि समाजसेवा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान दिया।
लॉर्ड पॉल ने अपनी चार वर्षीय बेटी अंबिका के निधन के बाद उनकी स्मृति में "अंबिका पॉल फाउंडेशन" की स्थापना की थी। यह ट्रस्ट विश्वभर में बच्चों और युवाओं के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए लाखों पाउंड का दान करता रहा है। उनके प्रयासों ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक विकास के कई क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद की।
भारत में जन्मे स्वराज पॉल ने लंदन जाकर अपनी पहचान बनाई और कैपारो ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज़ की स्थापना की, जो ब्रिटेन के प्रमुख औद्योगिक समूहों में से एक बन गया। ब्रिटिश हाउस ऑफ लॉर्ड्स में सदस्य रहते हुए उन्होंने भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।
और पढ़ें: बिहार SIR विवाद: लापता प्रवासी मतदाताओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, ECI का बयान
उनके निधन से उद्योग और परोपकार के क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति हुई है। भारत और ब्रिटेन दोनों में ही उन्हें सम्मान और स्नेह की दृष्टि से देखा जाता था। उनकी सोच और समाजसेवा की भावना आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
और पढ़ें: हमास के निःशस्त्रीकरण और बंधकों की रिहाई न होने पर गाज़ा सिटी को नष्ट करेंगे: इस्राइल