भारत के लग्ज़री कार निर्माताओं ने सरकार से आग्रह किया है कि आगामी त्योहारी सीज़न से पहले वस्तु एवं सेवा कर (GST) दरों पर स्पष्टता प्रदान की जाए, ताकि बिक्री की रफ्तार को दोबारा हासिल किया जा सके। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि वर्ष 2025 की पहली छमाही में लग्ज़री कारों की बिक्री का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, भू-राजनीतिक तनाव और शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव ने ग्राहकों की खरीदारी क्षमता को प्रभावित किया है। इन कारणों से लग्ज़री कार बाजार में वृद्धि सुस्त रही है। त्योहारी सीज़न आम तौर पर ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए सबसे बड़ा अवसर माना जाता है, लेकिन यदि जीएसटी दरों को लेकर अनिश्चितता बनी रही तो यह अवसर भी प्रभावित हो सकता है।
ऑटोमोबाइल कंपनियों का कहना है कि स्पष्ट कर नीति होने से वे बेहतर मूल्य निर्धारण कर पाएंगी और ग्राहकों को आकर्षक ऑफ़र दे सकेंगी। उद्योग जगत का मानना है कि सरकार यदि समय रहते कर ढांचे को स्थिर कर देती है तो न केवल बिक्री बढ़ेगी बल्कि उपभोक्ताओं का भरोसा भी मजबूत होगा।
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कई कंपनियों ने यह भी संकेत दिया है कि वे उत्सव के समय नई मॉडल रेंज लॉन्च करने और विशेष छूट योजनाएं लाने की तैयारी कर रही हैं। हालांकि, कर दरों पर अस्पष्टता के कारण वे अपनी योजनाओं को अंतिम रूप नहीं दे पा रही हैं।
लग्ज़री कार बाजार की कंपनियों ने उम्मीद जताई है कि सरकार जल्द ही निर्णय लेगी ताकि उद्योग को बढ़ावा मिल सके और त्योहारी मौसम में मांग को फिर से मजबूत किया जा सके।
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