महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर विपक्षी पार्टियों ने बड़ी अनियमितताओं की जानकारी देते हुए चुनाव स्थगित करने की मांग की है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि राज्य की कई निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता सूची में गंभीर विसंगतियाँ पाई गई हैं।
विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि कई क्षेत्रों में डुप्लीकेट वोटर मौजूद हैं, EPIC (इलेक्टोरल फोटोग्राफिक आइडेंटिटी कार्ड) नंबर में त्रुटियां हैं, और कुछ लोगों ने एक ही फोटो पहचान पत्र का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा, कई मतदाता एक ही पते पर असामान्य रूप से दर्ज हैं, जिससे चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न लग जाता है।
इस मामले में विपक्षी नेताओं ने राज्य निर्वाचन आयोग और सरकार से अपील की है कि वे स्थानीय निकाय चुनावों को तब तक स्थगित करें जब तक सभी मतदाता सूची की जाँच और सुधार नहीं हो जाता। उनका कहना है कि इन विसंगतियों के कारण मतदाता अधिकारों का हनन हो सकता है और चुनाव परिणामों की वैधता पर भी असर पड़ सकता है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला महाराष्ट्र में चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता और प्रशासनिक निगरानी के महत्व को उजागर करता है। निर्वाचन आयोग को इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र सुधारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने जनता के बीच भी इन विसंगतियों के बारे में जागरूकता फैलाने की कोशिश की है। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित हों।
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