पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज उत्तर बंगाल के कूच बिहार जिले का दौरा करने वाली हैं, जहां वह एक प्रशासनिक बैठक का नेतृत्व करेंगी और उसके बाद एक जनसभा को संबोधित करेंगी। उनका यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब वह चुनाव आयोग द्वारा जारी स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न (SIR) प्रक्रिया के खिलाफ लगातार सार्वजनिक सभाएं कर रही हैं।
ममता बनर्जी को तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी द्वारा सोमवार को हैदराबाद में आयोजित ‘तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट’ में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया था। यह समिट राज्य में निवेश और व्यापारिक संभावनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है, जिसमें देश-विदेश के कई प्रमुख उद्योगपति और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
हालांकि, ममता बनर्जी ने इस कार्यक्रम में शामिल न होने का फैसला किया है और इसके बजाय उन्होंने उत्तर बंगाल के दौरे को प्राथमिकता दी है। कूच बिहार में वह न केवल प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा करेंगी, बल्कि स्थानीय जनता से संवाद भी करेंगी और राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति का आकलन भी करेंगी।
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विशेष तौर पर, SIR प्रक्रिया के खिलाफ उनकी खुली नाराज़गी चर्चा में बनी हुई है। उन्होंने हाल के दिनों में कई जनसभाओं में कहा है कि यह प्रक्रिया जनता के अधिकारों को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में उनका कूच बिहार दौरा राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इस दौरे के दौरान सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियों को मजबूत रखा गया है। तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने दावा किया है कि बड़ी संख्या में लोग मुख्यमंत्री की सभा में शामिल होंगे। ममता बनर्जी उत्तर बंगाल में कई परियोजनाओं की प्रगति पर भी समीक्षा कर सकती हैं।
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