प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए चल रहे अंतरराष्ट्रीय प्रयासों पर चर्चा की। यह बातचीत ऐसे समय हुई है जब अमेरिका ने हाल ही में इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए नए कूटनीतिक प्रयास शुरू किए हैं।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने युद्ध से उत्पन्न वैश्विक प्रभावों, विशेषकर खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके असर पर विस्तार से चर्चा की। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि किसी भी समाधान का आधार संवाद और कूटनीति होना चाहिए।
मोदी ने दोहराया कि भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है और युद्ध से जुड़े मुद्दों का समाधान बातचीत और आपसी समझ से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत यूक्रेन संकट के मानवीय पहलुओं को लेकर गहरी चिंता रखता है और जरूरतमंदों को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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वहीं, राष्ट्रपति मैक्रों ने भी शांति और स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया और भारत की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देशों का समर्थन और दृष्टिकोण इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग को और मजबूत करने तथा अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
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