राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में शीर्ष भाकपा (माओवादी) नेता सी.पी. मोइदीन उर्फ गिरीश के खिलाफ पूरक आरोप पत्र (चार्जशीट) दाखिल किया है। यह चार्जशीट हैदराबाद स्थित NIA की विशेष अदालत में दाखिल की गई है।
गिरीश पर आरोप है कि वह भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेतृत्व में शामिल था और संगठन की हिंसक और देशविरोधी गतिविधियों को योजनाबद्ध तरीके से संचालित कर रहा था। उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 और भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
चार्जशीट में बताया गया है कि गिरीश भारत की संप्रभुता और अखंडता को कमजोर करने के उद्देश्य से कार्य कर रहा था। वह माओवादी विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहा था और युवाओं को कट्टरपंथ की ओर प्रेरित कर रहा था। उसके पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और संगठन से जुड़े प्रमाण भी जब्त किए गए हैं।
NIA की इस कार्रवाई को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। जांच एजेंसी का कहना है कि माओवादी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए ऐसे नेताओं के खिलाफ सख्त कानूनी कदम जरूरी हैं।
यह मामला भारत की सुरक्षा एजेंसियों और न्याय प्रणाली की संयुक्त कार्रवाई का उदाहरण है, जो देशविरोधी ताकतों को न्याय के कठघरे तक लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।