राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार, 1 दिसंबर 2025 को कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों में आठ स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई उस ‘व्हाइट कॉलर’ आतंकी मॉडल की जांच से जुड़ी थी, जिसके सदस्यों पर दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट की योजना बनाने का आरोप है। इस विस्फोट में 15 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे।
एनआईए अधिकारियों के अनुसार, टीमों ने शोपियां जिले में मौलवी इरफान अहमद वगाय के आवास पर भी तलाशी ली। जांच में पाया गया कि वगाय इस मॉडल में कट्टरपंथ फैलाने और नई भर्ती कराने का मुख्य मास्टरमाइंड था। उसे अक्टूबर में पुलिस ने गिरफ्तार किया था और बाद में एनआईए ने कार ब्लास्ट मामले की जांच संभालने के बाद उसे अपनी कस्टडी में ले लिया।
पुलवामा जिले के कई क्षेत्रों—कोइल, चंदगाम, मलंगपोरा और सांबूरा—में भी छापेमारी की गई। अधिकारियों ने बताया कि ये सभी स्थान दिल्ली कार ब्लास्ट मामले से जुड़े संदिग्धों से संबंधित थे।
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इसके साथ ही, एजेंसी ने डॉक्टर अदील अहमद राथर के घर पर भी तलाशी ली, जिन्हें नवंबर के पहले सप्ताह में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था। माना जा रहा है कि वह भी इस मॉडल से जुड़ा हुआ था और जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
एनआईए ने कहा कि तलाशी अभियान से कई अहम दस्तावेज और डिजिटल सबूत मिले हैं, जो मॉडल की गतिविधियों को समझने में मदद करेंगे। मामले से संबंधित आगे की जानकारी और विवरण अभी प्रतीक्षित हैं।
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