लाल किला ब्लास्ट मामले में जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार (20 नवंबर 2025) को चार और मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। ये सभी आरोपी इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस की हिरासत में थे, जहां उन्हें एक कथित “आतंकी मामले” से जुड़े होने के संदेह में पकड़ा गया था।
दिल्ली की एक अदालत ने चारों आरोपियों को 10 दिन की NIA कस्टडी में भेजने का आदेश दिया। NIA ने अदालत से 15 दिन की हिरासत मांगी थी ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके और आरोपियों से विस्तृत पूछताछ की जा सके।
एजेंसी के अधिकारियों ने अदालत को बताया कि इन आरोपियों की भूमिका लाल किला परिसर में हुए विस्फोट की साजिश, फंडिंग, और नेटवर्क के अन्य सदस्यों से संपर्क स्थापित करने में महत्वपूर्ण हो सकती है। इसलिए इनसे पूछताछ आवश्यक है।
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अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों को पहले जम्मू-कश्मीर में एक खुफिया इनपुट के आधार पर पकड़ा गया था। वहाँ उनसे प्रारंभिक पूछताछ के दौरान कुछ महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई, जिसके बाद NIA ने उन्हें अपने हवाले लेने की मांग की।
NIA अब इन आरोपियों से यह जानने का प्रयास करेगी कि विस्फोट की योजना कैसे बनाई गई, इसमें कौन-कौन शामिल था, और भारत की राजधानी में इस हमले को अंजाम देने के पीछे की मंशा क्या थी। साथ ही एजेंसी यह भी पता लगाएगी कि क्या इस मामले का किसी अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन से कोई संबंध था।
दिल्ली में यह मामला बेहद संवेदनशील माना जा रहा है, क्योंकि लाल किला देश की ऐतिहासिक विरासत और सुरक्षा की दृष्टि से प्रमुख स्थानों में से एक है। इस वजह से जांच एजेंसियां मामले को अत्यधिक गंभीरता से ले रही हैं।
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