असम पुलिस ने बुधवार (13 अगस्त 2025) को कछार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास नौ संदिग्ध रोहिंग्याओं को हिरासत में लिया, जिनमें महिलाएँ और बच्चे भी शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ये सभी संदिग्ध लोग बिश्वानभरपुर गाँव (कटिगोरा क्षेत्र) के निकट दिखाई दिए, जो सीमा के पास स्थित है। गाँव के निवासियों ने इलाके में कुछ अपरिचित लोगों को घूमते हुए देखा और शक होने पर उनसे पूछताछ की। संतोषजनक जवाब न मिलने पर ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी।
पुलिस टीम मौके पर पहुँची और सभी नौ लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले गई। अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में ये लोग खुद को रोहिंग्या समुदाय का बता रहे हैं और अवैध रूप से सीमा पार करने का संदेह है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि ये लोग किस मार्ग से भारत में दाखिल हुए और इनका उद्देश्य क्या था।
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सीमा सुरक्षा और स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है। पुलिस ने कहा कि इन लोगों की पहचान सत्यापित करने के लिए बांग्लादेश और म्यांमार के अधिकारियों से भी संपर्क साधा जा सकता है।
अधिकारियों ने यह भी संकेत दिया कि यदि ये लोग अवैध प्रवासी साबित होते हैं तो इन्हें विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई के लिए निर्धारित हिरासत केंद्र में भेजा जाएगा। इस घटना के बाद सीमा क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी अवैध प्रवेश को रोका जा सके।
यह मामला असम में अवैध घुसपैठ को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की चिंताओं को एक बार फिर उजागर करता है।
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