भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने दावा किया है कि उसके यूके प्रत्यर्पण मामले में जल्द ही “सनसनीखेज खुलासे” देखने को मिलेंगे। नीरव मोदी, जो पिछले छह वर्षों से ब्रिटेन की जेल में बंद हैं, पर भारत में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप हैं। उस पर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से करीब दो अरब डॉलर (लगभग 16,000 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी का आरोप है।
नीरव मोदी का प्रत्यर्पण भारत सरकार की ओर से मांगा गया था, जिस पर ब्रिटेन की अदालत ने मंजूरी भी दे दी थी। हालांकि, मोदी ने इस आदेश के खिलाफ कई कानूनी अपीलें दायर कर रखी हैं, जिससे यह प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। अब उसके वकीलों ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में कुछ “महत्वपूर्ण और सनसनीखेज खुलासे” हो सकते हैं, जो उसके प्रत्यर्पण के रास्ते को प्रभावित कर सकते हैं।
नीरव मोदी की कानूनी टीम का कहना है कि भारत में उसे न्यायिक निष्पक्षता और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसी आधार पर वह ब्रिटिश अदालत में अपने प्रत्यर्पण को टालने की कोशिश कर रहा है।
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दूसरी ओर, भारत की प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) लगातार यह सुनिश्चित करने में जुटी हैं कि नीरव मोदी को जल्द से जल्द भारत वापस लाया जाए ताकि उस पर मुकदमा चलाया जा सके।
कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ब्रिटेन की अदालत नीरव मोदी की नवीनतम अपील को खारिज कर देती है, तो उसका प्रत्यर्पण अगले वर्ष के भीतर संभव हो सकता है।
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