चुनाव आयोग (ECI) ने जानकारी दी है कि मसौदा मतदाता सूची पर अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने कोई दावा या आपत्ति दर्ज नहीं कराई है। आयोग ने कहा कि दावे और आपत्तियों की अवधि शुरू हुए एक सप्ताह से अधिक समय हो चुका है, लेकिन इस दौरान एक भी दावा या आपत्ति प्राप्त नहीं हुई है।
चुनाव आयोग ने यह भी बताया कि यह प्रक्रिया मतदाता सूची को और अधिक सटीक और पारदर्शी बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। इस अवधि के दौरान राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन और आम नागरिक नए नाम जोड़ने, गलत प्रविष्टियों को सुधारने या अवैध नाम हटाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आयोग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह स्थिति असामान्य है, क्योंकि सामान्यत: इस अवधि में विभिन्न दल और हितधारक सक्रिय रूप से अपनी आपत्तियां या दावे पेश करते हैं। उन्होंने कहा कि आयोग सभी राजनीतिक दलों और नागरिकों से अपील करता है कि वे इस अवसर का उपयोग करें और मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाने में सहयोग करें।
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मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन दावे और आपत्तियों की अवधि समाप्त होने के बाद किया जाएगा। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद ही आगामी चुनावों में अंतिम मतदाता सूची का उपयोग किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने दोहराया कि पारदर्शी और सटीक मतदाता सूची लोकतांत्रिक प्रक्रिया की नींव है, और सभी हितधारकों को इसमें सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए ताकि चुनाव निष्पक्ष और सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
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