ओडिशा पुलिस ने एक सहायक उप निरीक्षक (ASI) का तबादला कर दिया है, जिन पर एक आत्मदाह पीड़िता की शिकायत दर्ज न करने का आरोप लगा है। यह कदम उस वक्त उठाया गया जब पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण उनकी बेटी ने खुद को आग लगा ली।
यह घटना राज्य में आत्मदाह के बढ़ते मामलों और पुलिस की भूमिका को लेकर बहस को जन्म दे रही है। पीड़िता के परिजनों का कहना है कि उन्होंने बार-बार संबंधित थाने में जाकर शिकायत दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन एएसआई ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया।
पुलिस विभाग ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और प्राथमिक स्तर पर लापरवाही सामने आने पर संबंधित एएसआई का तुरंत अन्यत्र तबादला कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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मानवाधिकार संगठनों और स्थानीय नागरिक संगठनों ने इस घटना को गंभीर चिंता का विषय बताया है और राज्य सरकार से जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग की है।
इस मामले ने ओडिशा में पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली और संवेदनशील मामलों में लापरवाही को उजागर किया है। राज्य सरकार पर दबाव बढ़ रहा है कि वह पुलिस सुधारों को प्राथमिकता दे और संवेदनशील मामलों में पीड़ितों को तुरंत न्याय दिलाने के लिए मजबूत कदम उठाए।
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