संसद परिसर में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने SIR (स्पेशल इलेक्टोरल रिव्यू) के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग (ECI) का यह कदम बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करने के लिए उठाया जा रहा है।
विपक्षी दलों ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में SIR के खिलाफ विरोध जारी रखा है। नेताओं का कहना है कि यह प्रक्रिया संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाती है।
सोनिया गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार और चुनाव आयोग लोकतांत्रिक अधिकारों को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रियंका गांधी ने भी इस कार्रवाई को “लोकतंत्र के लिए खतरनाक” बताया। विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से मिलकर इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की मांग भी की है।
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संसद परिसर में हुए इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस, राजद, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य दलों के सांसदों ने हिस्सा लिया। उन्होंने प्लेकार्ड्स उठाकर नारेबाजी की और SIR को तुरंत वापस लेने की मांग की।
चुनाव आयोग ने हालांकि अपने कदम का बचाव करते हुए कहा है कि SIR का उद्देश्य मतदाता सूची को अपडेट करना और चुनाव प्रक्रिया को अधिक सटीक बनाना है। लेकिन विपक्ष का कहना है कि यह कदम बिहार चुनावों से ठीक पहले लिया गया है, जिससे लाखों मतदाता प्रभावित हो सकते हैं।
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