संसद का शीतकालीन सत्र आज (1 दिसंबर 2025) से शुरू हो गया है, जिसमें केंद्र सरकार अपनी सुधारवादी नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश करने जा रही है। इस सत्र में सरकार सिविल न्यूक्लियर सेक्टर को निजी कंपनियों के लिए खोलने वाला विधेयक भी लाएगी। वहीं, विपक्ष 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे मतदाता सूची संशोधन (SIR) को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
लोकसभा में सरकार आज तंबाकू और पान मसाला पर लगने वाले जीएसटी उपकर को बदलने के लिए दो नए विधेयक पेश करेगी। इसके अलावा, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस सत्र की पहली बैठक में मणिपुर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2025, केंद्रीय उत्पाद शुल्क (संशोधन) विधेयक, 2025, और हेल्थ सिक्योरिटी से नेशनल सिक्योरिटी उपकर विधेयक, 2025 पेश करेंगी।
आज का दिन उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन के लिए भी विशेष है, क्योंकि वह पहली बार राज्यसभा के सभापति के रूप में सदन की अध्यक्षता करेंगे।
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सत्र शुरू होने से पहले, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को सभी दलों के फ्लोर लीडर्स के साथ बैठक की, ताकि सदन में बेहतर समन्वय बना रहे। यह शीतकालीन सत्र सबसे छोटे सत्रों में से एक है और केवल 15 दिनों तक चलेगा। विपक्ष को इस दौरान 25% से भी कम समय मिलेगा, जिससे बहस और चर्चा को लेकर टकराव की आशंका बनी हुई है।
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