बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो सेवा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से एक महीने पहले शुरू हो गई है। इस प्राथमिक चरण में 4.3 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर और 3 स्टेशन शामिल है। पटना मेट्रो परियोजना का यह हिस्सा शहर में शहरी परिवहन के आधुनिक साधन के रूप में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मेट्रो के इस पहले चरण में यात्रा की शुरुआत शहरी भीड़ और यातायात की समस्या को कम करने के लिए की गई है। अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक कॉरिडोर में तीन प्रमुख स्टेशन हैं, जो शहर के महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ेंगे। यह परियोजना शहरवासियों के लिए सुविधाजनक, तेज और सुरक्षित परिवहन का विकल्प प्रदान करेगी।
पटना मेट्रो परियोजना का उद्देश्य न केवल यातायात प्रबंधन में सुधार करना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देना है। इलेक्ट्रिक मेट्रो वाहनों के उपयोग से वायु प्रदूषण में कमी और शहरी जीवन को अधिक आरामदायक बनाने की उम्मीद है।
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विशेषज्ञों के अनुसार, पटना मेट्रो के इस पहले चरण के संचालन से शहर में यात्री सुविधा और समय की बचत दोनों में सुधार होगा। इसके अलावा, यह परियोजना आने वाले चरणों में और विस्तारित होने की संभावना रखती है, जिससे पटना शहर के कई अन्य हिस्सों को भी मेट्रो नेटवर्क से जोड़ा जा सकेगा।
बिहार सरकार ने कहा है कि मेट्रो परियोजना दीर्घकालिक विकास और शहरी परिवहन प्रणाली के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नागरिकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में पटना मेट्रो सेवा और अधिक क्षेत्रों में विस्तारित होगी और शहरवासियों की दैनिक यात्रा को आसान बनाएगी।
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