अवैध घुसपैठ के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी टकराव और तेज हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक-दूसरे पर तीखे आरोप लगाए। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने और अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को असम में बसाने का आरोप लगाया, जबकि खड़गे ने इसे सत्तारूढ़ दल की नाकामी छिपाने का बहाना बताया।
असम के नामरूप में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “कांग्रेस राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त है। वह चाहती है कि अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए असम के जंगलों और जमीनों पर बसें। उनका मकसद सिर्फ अपना वोट बैंक मजबूत करना है, उन्हें जनता की कोई चिंता नहीं है।” यह बयान उन्होंने डिब्रूगढ़ जिले के नामरूप में ₹10,601 करोड़ की उर्वरक फैक्ट्री का उद्घाटन करने के बाद दिया।
प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस मतदाता सूची के पुनरीक्षण का विरोध कर रही है क्योंकि वह सिर्फ सत्ता हथियाना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार असमिया लोगों की पहचान, जमीन, गौरव और अस्तित्व की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने देश को इतने नुकसान पहुंचाए हैं कि पिछले 11 वर्षों से उन्हें सुधारने के बावजूद अभी भी काफी काम बाकी है।
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वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “जब सरकार विफल होती है, तो वह हर बात का दोष विपक्ष पर डाल देती है।” उन्होंने सवाल उठाया कि जब केंद्र और असम—दोनों जगह भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार है, तो विफलता के लिए विपक्ष को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस देशहित में हर सकारात्मक कदम का समर्थन करेगी, लेकिन आतंकवादियों या घुसपैठियों का समर्थन नहीं करती। उन्होंने प्रधानमंत्री के बयान की निंदा करते हुए कहा कि अपनी नाकामी छिपाने के लिए विपक्ष को दोष देना गलत है।
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