बेगूसराय, 1 नवंबर — कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली के दौरान एनडीए सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में “डबल इंजन सरकार” नाम की कोई चीज नहीं है क्योंकि “राज्य की सत्ता पूरी तरह दिल्ली से नियंत्रित की जाती है।”
प्रियंका गांधी ने कहा कि बिहार में बेरोजगारी, पलायन और किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, लेकिन सरकार इन मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए विभाजनकारी राजनीति और झूठे राष्ट्रवाद का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा, “जब युवाओं के पास रोजगार नहीं, किसानों की फसल का दाम नहीं और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है, तब सरकार धर्म और जाति की राजनीति में जनता को उलझा रही है।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि मताधिकार भारतीय संविधान का सबसे बड़ा अधिकार है, लेकिन एनडीए सरकार ने इस अधिकार को कमजोर किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि “एसआईआर प्रक्रिया के तहत बिहार में करीब 65 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं, जो लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।”
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प्रियंका गांधी ने जनता से अपील की कि वे इस बार वोट देकर बिहार में परिवर्तन लाएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी सरकार लाना चाहती है जो युवाओं को रोजगार, किसानों को सम्मान और जनता को न्याय दिलाए।
प्रियंका की यह रैली बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रचार अभियान की औपचारिक शुरुआत मानी जा रही है।
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