कांग्रेस नेता और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बैलेट पेपर के जरिए “निष्पक्ष चुनाव” लड़ने और जीतने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि एक दिन चुनाव आयुक्तों को देश की जनता के सामने यह जवाब देना होगा कि किस तरह उन्होंने लोगों के मतदान के अधिकार को छीनने की “साजिश” रची।
रविवार (14 दिसंबर, 2025) को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने चुनाव प्रक्रिया और सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा व्यवस्था में चुनावों की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं और जनता का भरोसा कमजोर हुआ है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि देश का युवा आज बेरोजगारी से सबसे अधिक प्रभावित है। रोजगार के अवसर न मिलने के कारण युवा नशे और सट्टेबाजी ऐप्स की ओर धकेले जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि एक बड़े सट्टेबाजी घोटाले में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से जुड़े एक अधिकारी की संलिप्तता है, हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।
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उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां युवाओं, किसानों, महिलाओं और गरीबों के हितों की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही हैं। महंगाई, बेरोजगारी और सामाजिक असमानता जैसे मुद्दों पर सरकार के पास कोई ठोस जवाब नहीं है।
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र की बुनियादी संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है और जनता की आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी “सत्य” के साथ खड़ी है और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेगी।
रैली में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद थे। प्रियंका गांधी ने अंत में कहा कि देश को मजबूत लोकतंत्र, निष्पक्ष चुनाव और जवाबदेह सरकार की जरूरत है, और कांग्रेस इस लक्ष्य के लिए सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेगी।
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