पुणे विश्वविद्यालय ने अपने राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित ‘वॉइस ऑफ देवेंद्र’ नामक वाद-विवाद प्रतियोगिता का नोटिस विरोध के बाद वापस ले लिया है। यह प्रतियोगिता महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से प्रेरित थी।
विश्वविद्यालय के एनएसएस विंग ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक अधिसूचना जारी कर छात्रों को इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। नोटिस में बताया गया था कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों को प्रेरित करना और नेतृत्व क्षमता विकसित करना है, जिसमें देवेंद्र फडणवीस के भाषण और विचारों से सीखने का अवसर मिलेगा।
हालांकि, राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) ने इस प्रतियोगिता पर आपत्ति जताई। एनएसयूआई का कहना था कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान को किसी विशेष राजनीतिक व्यक्ति के नाम पर कार्यक्रम आयोजित करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे शैक्षणिक माहौल में राजनीतिक पक्षपात का संदेश जा सकता है।
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एनएसयूआई ने इसे शिक्षा संस्थानों के राजनीतिकरण का प्रयास करार देते हुए तुरंत नोटिस हटाने की मांग की। विरोध के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त नोटिस अपनी वेबसाइट से हटा दिया और कार्यक्रम को रद्द कर दिया।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने स्पष्ट किया कि यह प्रतियोगिता राजनीतिक प्रचार के उद्देश्य से नहीं थी, बल्कि नेतृत्व कला को प्रोत्साहित करने के लिए थी। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों के नाम और विषय तय करते समय सभी संवेदनशील पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा।
यह घटना एक बार फिर शिक्षा संस्थानों में राजनीतिक प्रभाव और निष्पक्षता पर बहस को सामने लेकर आई है।
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