यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कैलास ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन से रियायतें मांगकर ‘जाल बिछा रहे हैं’। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुतिन अपनी सेना के आक्रमण को रोकने के बदले यूक्रेन से शर्तें मानने की मांग कर रहे हैं, लेकिन ऐसा करना उस देश को पुरस्कृत करने जैसा होगा जिसने युद्ध की शुरुआत की।
काजा कैलास ने चेतावनी दी कि यदि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पुतिन की मांगों के आगे झुकता है तो यह न केवल रूस के आक्रामक रुख को वैधता प्रदान करेगा, बल्कि भविष्य में अन्य देशों को भी सैन्य आक्रमण का रास्ता अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के समझौते से यूक्रेन की संप्रभुता और स्वतंत्रता को गंभीर खतरा होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध का समाधान केवल न्यायसंगत शांति से ही संभव है, न कि किसी ऐसे समझौते से जो आक्रमणकारी को फायदा पहुंचाए। कैलास ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एकजुट होकर यूक्रेन का समर्थन जारी रखने की अपील की और चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की रियायतें रूस को और आक्रामक बना सकती हैं।
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कैलास का बयान ऐसे समय आया है जब रूस ने संकेत दिए हैं कि यदि उसकी शर्तें मानी जाती हैं तो वह अपनी सैन्य कार्रवाई रोक सकता है। हालांकि पश्चिमी देश और यूक्रेन इन शर्तों को अनुचित और अस्वीकार्य मानते हैं।
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