लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार (3 दिसंबर 2025) को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि जाति जनगणना के मुद्दे पर उसकी नीति “बहुजनों के साथ खुले तौर पर विश्वासघात” जैसी है।
राहुल गांधी ने एक्स (X) पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि उन्होंने संसद में जाति जनगणना से संबंधित जो सवाल पूछा था, उस पर सरकार का जवाब बेहद निराशाजनक और चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास न कोई ठोस ढांचा है, न कोई समयबद्ध योजना, न संसद में इस पर चर्चा की गई है और न ही जनता से कोई संवाद स्थापित किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने उन राज्यों की सफल जाति सर्वेक्षण रणनीतियों से सीख लेने की भी कोई इच्छा नहीं दिखाई है, जहां यह प्रक्रिया प्रभावी रूप से पूरी की गई है। उनके अनुसार, यह रवैया दर्शाता है कि केंद्र बहुजन समुदायों की वास्तविक मांगों और अधिकारों को गंभीरता से नहीं ले रहा।
और पढ़ें: थलसेना पर कथित टिप्पणी मामला: सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ ट्रायल पर रोक 4 दिसंबर तक बढ़ाई
इस बीच, कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने लोकसभा में गायक जुबीन गर्ग की मृत्यु की परिस्थितियों पर चर्चा करते हुए न्याय की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और परिवार को न्याय मिलना आवश्यक है।
राहुल गांधी ने कहा कि देश में सामाजिक न्याय और समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए जाति जनगणना एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन केंद्र सरकार इस दिशा में कोई स्पष्ट प्रतिबद्धता नहीं दिखा रही। उन्होंने सरकार से पारदर्शी प्रक्रिया और समयबद्ध योजना की मांग की।
और पढ़ें: राहुल गांधी का आरोप: मोदी और शाह का ED-सीबीआई के दुरुपयोग से जंगल राज