कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी मणिपुर दौरे को लेकर तंज कसते हुए कहा कि यह अब कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि आज भारत के सामने सबसे गंभीर मुद्दा "वोट चोरी" है, और इसी पर पूरी बहस केंद्रित होनी चाहिए।
राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र की सबसे बड़ी नींव लोगों के मताधिकार की रक्षा है, लेकिन आज देश में चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि "वोट चोरी" का मुद्दा जनता के विश्वास और लोकतंत्र की साख से जुड़ा है, इसलिए प्रधानमंत्री का मणिपुर दौरा इस संदर्भ में गौण हो जाता है।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि जब देश की जनता को ही यह भरोसा न हो कि उनका वोट सही जगह गया है या नहीं, तो फिर विकास परियोजनाओं और राजनीतिक दौरों का महत्व फीका पड़ जाता है। उन्होंने कहा कि यह केवल चुनावी धांधली का मुद्दा नहीं, बल्कि पूरे लोकतंत्र के भविष्य से जुड़ा संकट है।
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राहुल गांधी के इस बयान को भाजपा ने खारिज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का मणिपुर दौरा राज्य में शांति और विकास लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस केवल प्रधानमंत्री के कामकाज को छोटा दिखाने की कोशिश कर रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी का यह बयान आगामी चुनावों को देखते हुए राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस केंद्र सरकार को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की पारदर्शिता पर घेरने की कोशिश कर रही है।
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