केरल हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (SIT) ने सबरीमाला अयप्पा मंदिर की कलाकृतियों से संबंधित बहुचर्चित मामले में शनिवार (1 नवंबर 2025) को तीसरी गिरफ्तारी दर्ज की है। यह मामला मंदिर की पत्थर की नक्काशियों और मूर्तियों को ढकने वाले सोने से मढ़े तांबे के सांचों के गबन से जुड़ा है।
अधिकारियों ने गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान डी. सुधीश कुमार के रूप में की है, जो त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (Travancore Devaswom Board) के पूर्व कार्यकारी अधिकारी हैं। उन्होंने 2019 में सबरीमाला मंदिर में सेवा दी थी। जांच टीम का कहना है कि सुधीश कुमार की भूमिका मंदिर में स्थापित कलाकृतियों की सुरक्षा और प्रबंधन से जुड़ी थी, जिसके दौरान इन मूल्यवान तांबे के सांचों में हेराफेरी हुई।
सूत्रों के अनुसार, एसआईटी ने अब तक इस प्रकरण में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और कई अन्य संदिग्धों से पूछताछ जारी है। जांच में सामने आया है कि कुछ मंदिर अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच मिलिभगत से सोने की परत वाले सांचों को हटाकर उनकी जगह कम गुणवत्ता वाले तांबे के टुकड़े लगाए गए, जिससे भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
और पढ़ें: द्रौपदी मुर्मू सबरीमाला में पूजा करने वाली पहली महिला राष्ट्रपति बनीं
हाईकोर्ट ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए कहा था कि सबरीमाला जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील स्थल पर किसी भी तरह की भ्रष्टाचारपूर्ण गतिविधि अस्वीकार्य है। अदालत ने SIT को विस्तृत जांच कर शीघ्र रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
और पढ़ें: सबरीमाला सोना चोरी मामला: केरल एसआईटी ने मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी को किया गिरफ्तार