आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी के चलते दूसरी बाढ़ चेतावनी जारी कर दी गई। इससे पहले डावलश्वरम बैराज पर पहली चेतावनी जारी की गई थी। अधिकारियों ने बताया कि गोदावरी डेल्टा क्षेत्र में राहत कार्य शुरू हो चुके हैं और संवेदनशील तटबंधों पर चौकसी बढ़ा दी गई है।
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लगातार हो रही बारिश और ऊपरी क्षेत्रों से आ रहे जल प्रवाह के कारण नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर की ओर बढ़ रहा है। संभावित खतरे को देखते हुए प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
फील्ड में तैनात अधिकारी तटबंधों को सुरक्षित रखने के लिए चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं। तटबंध टूटने या रिसाव की किसी भी आशंका को रोकने के लिए इंजीनियरिंग टीमें सक्रिय की गई हैं। इसके अलावा, आपदा प्रबंधन विभाग ने राहत शिविर स्थापित किए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा सके।
और पढ़ें: किंटाकुरु मुठभेड़: तीन माओवादी के मारे जाने पर आंध्र प्रदेश सरकार ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए
अधिकारियों ने बताया कि अब तक नदी के जलस्तर से तटवर्ती गांवों में पानी घुसने की स्थिति नहीं बनी है, लेकिन खतरे को देखते हुए सभी व्यवस्थाएँ पहले से कर ली गई हैं। स्थानीय प्रशासन ने नावों, राहत सामग्री और चिकित्सा टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि वर्षा का क्रम जारी रहा तो नदी का जलस्तर और बढ़ सकता है, इसलिए समय रहते सभी सुरक्षा कदम उठाना जरूरी है। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।
और पढ़ें: बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र, आंध्र प्रदेश में भारी वर्षा का अलर्ट