भारतीय शेयर बाजार में मुनाफा वसूली के चलते सेंसेक्स और निफ्टी लगातार चौथे दिन गिरावट में रहे। 24 सितंबर, 2025 को बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 386.47 अंक या 0.47% गिरकर 81,715.63 पर बंद हुआ। दिन के दौरान सेंसेक्स अधिकतम 494.26 अंक या 0.60% की गिरावट के साथ 81,607.84 तक पहुंच गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि बैंक और ऑटो सेक्टर में लाभ लेने की प्रवृत्ति ने बाजार में दबाव बढ़ाया। निवेशकों ने मुनाफा सुरक्षित करने के लिए बड़ी मात्रा में शेयर बेचे, जिससे बाजार में गिरावट आई। बैंकिंग और ऑटोमोबाइल शेयरों में सबसे ज्यादा दबाव देखने को मिला, जबकि अन्य सेक्टर्स में हल्की स्थिरता रही।
एनएसई का निफ्टी 50 भी इसी दौरान 0.50% तक गिर गया, जो निवेशकों की सतर्कता को दर्शाता है। वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक मुनाफा वसूली का परिणाम है और बाजार की दीर्घकालिक दिशा मजबूत बनी हुई है।
और पढ़ें: विदेशी फंड आउटफ्लो और अमेरिकी H-1B वीज़ा शुल्क की चिंता से शेयर बाजार में गिरावट
विश्लेषकों ने यह भी बताया कि वैश्विक आर्थिक संकेतक, विदेशी निवेश की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय बाजारों का रुख भी घरेलू शेयर बाजार पर प्रभाव डाल सकता है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे भावनाओं में आकर जल्दबाजी में निवेश या बिक्री न करें और दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाएं।
आज की गिरावट के बावजूद, बाजार में निवेश के अवसर बने हुए हैं और विशेषज्ञों का कहना है कि सही समय पर सही निवेश रणनीति अपनाने से लाभ कमाया जा सकता है।
और पढ़ें: शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 300 अंकों से ज्यादा चढ़ा