कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की चार्टर्ड विमान और हेलिकॉप्टर यात्राओं पर मई 2023 से नवंबर 2025 के बीच राज्य सरकार ने 47 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। यह जानकारी विधान परिषद में भाजपा एमएलसी एन. रवि कुमार द्वारा पूछे गए प्रश्न के लिखित उत्तर में पेश किए गए आधिकारिक रिकॉर्ड में सामने आई।
पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) की बिल्डिंग्स डिवीजन द्वारा तैयार व्यय विवरण में बताया गया है कि यह खर्च मुख्यमंत्री की कर्नाटक के विभिन्न जिलों और दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई और शिरडी जैसे प्रमुख शहरों की आधिकारिक यात्राओं पर हुआ।
2023-24 में 12 करोड़ रुपये से अधिक खर्च
एनेक्सचर-1 के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में मुख्यमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल की चार्टर्ड उड़ानों पर 12.23 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसमें बेंगलुरु के HAL एयरपोर्ट से मैसूरु, हुब्बल्ली, बेलगावी और कलबुर्गी जैसी जगहों के बार-बार दौरे शामिल हैं।
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2024-25 में खर्च बढ़कर 21 करोड़ रुपये से अधिक
वित्त वर्ष 2024-25 में यह खर्च बढ़कर 21.11 करोड़ रुपये हो गया। विस्तृत रिकॉर्ड दिखाते हैं कि 2024 की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने कई मल्टी-सैक्टर टूर किए, जिनमें उडुपी, चित्रदुर्ग, हावेरी, बीदर और कलबुर्गी के लिए हेलिकॉप्टर यात्राएं शामिल थीं। इसके अलावा चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों के लिए फिक्स्ड-विंग उड़ानों का भी उपयोग किया गया।
2025-26 (अक्टूबर–नवंबर) में 14 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बिल
एक अन्य एनेक्सचर के अनुसार अक्टूबर 2025 से नवंबर 2025 के बीच अतिरिक्त 14.03 करोड़ रुपये चार्टर्ड सेवाओं पर खर्च हुए। कई प्रविष्टियों में “Chief Minister and others Aircraft sector” उल्लेखित है, जो दर्शाता है कि इन उड़ानों का उपयोग सीएम के साथ अन्य अधिकारी भी कर रहे थे।
सरकार ने स्पष्ट किया कि यह आंकड़े सिर्फ आधिकारिक दौरों के लिए किराए पर ली गई हेलिकॉप्टर और फिक्स्ड-विंग उड़ानों से जुड़े हैं। इस खुलासे के बाद राजनीतिक विवाद बढ़ने की संभावना है और भाजपा वीवीआईपी यात्रा पर बढ़ते खर्च को लेकर सरकार पर अपना हमला तेज कर सकती है।
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