कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने हरियाणा में एक वरिष्ठ IPS अधिकारी की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सत्ताधारियों के पक्षपाती रवैये से वरिष्ठ अधिकारियों को भी सामाजिक न्याय से वंचित होना पड़ता है। उन्होंने मृतक अधिकारी की पत्नी को लिखा पत्र, जिसमें उन्होंने कहा कि वह और देश के करोड़ों लोग इस न्याय की राह में उनके साथ खड़े हैं।
सोनिया गांधी ने अपने पत्र में लिखा कि यह दुखद घटना हमें यह याद दिलाती है कि सत्ता में बैठे लोग यदि पक्षपाती हों तो सामाजिक न्याय प्रभावित होता है, चाहे व्यक्ति कितनी भी उच्च पदवी पर क्यों न हो। उन्होंने मृतक अधिकारी की पत्नी और परिवार के प्रति सहानुभूति और समर्थन व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि मृतक अधिकारी ने अपने कर्तव्य का पालन ईमानदारी और निष्ठा के साथ किया, लेकिन उनकी मृत्यु इस बात का उदाहरण है कि व्यक्तिगत और संस्थागत दबाव कभी-कभी न्याय के रास्ते में बाधा बन सकते हैं। सोनिया गांधी ने जोर देकर कहा कि उन्हें भरोसा है कि सिस्टम अंततः सही और निष्पक्ष न्याय सुनिश्चित करेगा।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के मनोबल पर असर पड़ सकता है, और यह सत्ता और न्याय व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता को उजागर करती है।
सोनिया गांधी का पत्र न केवल मृतक अधिकारी के परिवार को सांत्वना देता है, बल्कि पूरे देश को यह संदेश भी देता है कि सामाजिक न्याय और निष्पक्षता के लिए हर व्यक्ति को खड़े होना चाहिए।
इस घटना ने फिर से यह याद दिलाया कि न्याय की प्रक्रिया में पक्षपात और असंतुलन से दूर रहना कितना आवश्यक है, ताकि सभी अधिकारियों और नागरिकों को समान अधिकार और सुरक्षा मिल सके।
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