दक्षिण कोरिया ने घोषणा की है कि वह अमेरिका में आव्रजन छापे के दौरान गिरफ्तार किए गए कोरियाई नागरिकों को पूरी मदद और समर्थन देगा। हाल ही में अमेरिका के सवाना (Savannah) के पास एक संयंत्र पर की गई बड़ी छापेमारी में लगभग 475 श्रमिकों को हिरासत में लिया गया। यह कार्रवाई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रवासियों पर सख्ती बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।
दक्षिण कोरियाई सरकार ने कहा है कि वह अपने नागरिकों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए अमेरिकी अधिकारियों से संपर्क में है। विदेश मंत्रालय ने वाशिंगटन स्थित कोरियाई दूतावास और वाणिज्य दूतावासों को निर्देश दिया है कि वे गिरफ्तार किए गए सभी नागरिकों को कानूनी सहायता और आवश्यक सहयोग प्रदान करें।
अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि दक्षिण कोरिया अपने नागरिकों को न्यायपूर्ण व्यवहार दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा और यदि ज़रूरत पड़ी तो उच्च-स्तरीय वार्ता भी की जाएगी।
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अमेरिका में इस तरह की छापेमार कार्रवाईयों पर पहले भी मानवाधिकार संगठनों ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्रवासियों पर अचानक की जाने वाली सख्त कार्रवाई न केवल उनके परिवारों को प्रभावित करती है, बल्कि इससे सामाजिक तनाव भी बढ़ता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच राजनयिक संवाद और अधिक गहन हो सकता है, क्योंकि यह मामला सीधा नागरिकों की सुरक्षा और मानवीय अधिकारों से जुड़ा है।
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