तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार (14 अगस्त 2025) को राज्य में लागू की जा रही प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं—‘उंगलुडन स्टालिन’ और ‘नलम काक्कुम स्टालिन’—की प्रगति की समीक्षा की। इन योजनाओं के तहत आयोजित शिविरों में आम जनता से बड़ी संख्या में आवेदन और शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे शिविरों में प्राप्त याचिकाओं और समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य जनता की समस्याओं का सीधे समाधान करना और उन्हें समयबद्ध सेवा उपलब्ध कराना है।
‘उंगलुडन स्टालिन’ योजना का उद्देश्य लोगों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं को सुनना और त्वरित समाधान प्रदान करना है। वहीं ‘नलम काक्कुम स्टालिन’ योजना स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत करने और प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं तक लोगों की आसान पहुँच सुनिश्चित करने के लिए चलाई जा रही है।
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बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि दोनों कार्यक्रमों के अंतर्गत अब तक हज़ारों याचिकाएँ प्राप्त हुई हैं, जिनमें से बड़ी संख्या का निस्तारण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसी भी याचिका को अनदेखा नहीं किया जाएगा और लंबित मामलों के समाधान की नियमित निगरानी की जाएगी।
स्टालिन ने अधिकारियों को जनता के प्रति संवेदनशील रहने की सलाह दी और कहा कि ये कार्यक्रम सरकार और जनता के बीच विश्वास बढ़ाने के महत्वपूर्ण माध्यम हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सभी विभाग इन योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर लागू करें, ताकि नागरिकों को तुरंत और प्रभावी राहत मिल सके।
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