तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की हालिया ब्रिटेन यात्रा राज्य के लिए बड़ी उपलब्धियों के साथ समाप्त हुई। इस दौरान लगभग 1,100 करोड़ रुपये मूल्य के निवेश समझौते (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए, जो राज्य में उद्योग और रोजगार को नई दिशा देंगे।
अधिकारियों के अनुसार, इन समझौतों में विभिन्न क्षेत्रों जैसे निर्माण (manufacturing), सूचना प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा (green energy) और शिक्षा में निवेश की प्रतिबद्धताएँ शामिल हैं। स्टालिन ने कहा कि इन निवेशों से न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए हज़ारों नए रोजगार अवसर भी पैदा होंगे।
लंदन में आयोजित बैठकों के दौरान स्टालिन ने ब्रिटिश कंपनियों और उद्योगपतियों से मुलाकात की और उन्हें तमिलनाडु में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार "व्यवसाय सुगमता" (Ease of Doing Business) को प्राथमिकता देती है और निवेशकों के लिए पारदर्शी और सहयोगी वातावरण उपलब्ध कराती है।
और पढ़ें: तमिलनाडु के सीएम स्टालिन बोले – बिहार को लेकर ईसीआई की गणनाएँ होंगी गलत
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु का लक्ष्य केवल निवेश आकर्षित करना नहीं है, बल्कि सतत विकास और सामाजिक प्रगति को भी आगे बढ़ाना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य हरित प्रौद्योगिकी और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दे रहा है, ताकि पर्यावरण संतुलन बनाए रखते हुए औद्योगिक विकास हो सके।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौते तमिलनाडु को वैश्विक निवेश मानचित्र पर और सशक्त बनाएंगे। राज्य पहले से ही ऑटोमोबाइल, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण में अग्रणी रहा है, और नए निवेश इसके औद्योगिक आधार को और मज़बूत करेंगे।
और पढ़ें: तमिलनाडु में उंगलुडन स्टालिन और नलम काक्कुम स्टालिन योजनाओं की समीक्षा