दिल्ली धमाके और फरीदाबाद विस्फोटक बरामदगी मामले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों ने पाया है कि डॉ. शाहीन सईद, जो इस मामले में मुख्य संदिग्ध हैं, पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड उमर फारूक की पत्नी अफीरा बीबी के संपर्क में थीं।
उमर फारूक, जो जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का भतीजा था, 2019 के पुलवामा आतंकी हमले के बाद मुठभेड़ में मारा गया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, अफीरा बीबी हाल ही में जैश के महिला संगठन “जमात-उल-मोमिनात” का अहम चेहरा बनी हैं। दिल्ली धमाके से कुछ सप्ताह पहले, अफीरा इस संगठन की सलाहकार परिषद (शूरा) में शामिल हुई थीं। वह मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर के साथ मिलकर काम करती थीं, और दोनों का संपर्क डॉ. शाहीन सईद से था।
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फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में वरिष्ठ डॉक्टर के रूप में कार्यरत शाहीन सईद को तब गिरफ्तार किया गया जब उनकी कार से एके-47 राइफल और गोला-बारूद बरामद हुआ। जांच में सामने आया है कि उन्हें भारत में जमात-उल-मोमिनात का नेटवर्क स्थापित करने और कट्टरपंथी महिलाओं की भर्ती करने का काम सौंपा गया था।
लखनऊ की रहने वाली शाहीन पहले कई मेडिकल कॉलेजों में पढ़ा चुकी हैं। वह 2012 से 2013 तक कानपुर के एक मेडिकल कॉलेज में फार्माकोलॉजी विभाग की प्रमुख थीं और 2016 से 2018 तक यूएई में रहीं।
उनके पूर्व पति, डॉ. हयात जफर, ने बताया कि 2012 में दोनों अलग हो गए थे और उनके बच्चे अब उनके साथ रहते हैं। उन्होंने कहा कि “शाहीन पहले धार्मिक नहीं थीं, वह विदेश बसना चाहती थीं।”
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