तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपने विधायक हुमायूं कबीर को बाबरी मस्जिद को फिर से बनाने संबंधी बयान देने पर पार्टी से निलंबित कर दिया है। कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने गुरुवार को इसकी आधिकारिक घोषणा की।
फिरहाद हकीम ने बताया कि पार्टी को यह जानकारी मिली कि मुर्शिदाबाद के विधायक हुमायूं कबीर ने अचानक सार्वजनिक तौर पर कहा कि वह बाबरी मस्जिद का पुनर्निर्माण करेंगे। हकीम ने कहा, “यह बयान अनावश्यक और अनुचित है। हमने उन्हें पहले भी सावधान किया था। पार्टी के निर्णय के अनुसार टीएमसी ने विधायक हुमायूं कबीर को निलंबित कर दिया है।”
इस बयान के सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल शुरू हो गई। विपक्षी दलों ने टीएमसी पर आरोप लगाया कि वह संवेदनशील धार्मिक मुद्दों पर राजनीति से बचने के लिए मजबूरन कार्रवाई कर रही है, जबकि टीएमसी ने कहा कि पार्टी धार्मिक उकसावे वाली किसी भी टिप्पणी का समर्थन नहीं करती।
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उधर, कलकत्ता हाई कोर्ट भी इस मामले में सक्रिय हो गया है। हाई कोर्ट में विधायक कबीर के बयान को लेकर एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है, जिसकी सुनवाई शुक्रवार को चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली डिवीजन बेंच करेगी। याचिका में कहा गया है कि इस तरह के बयान सामाजिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए मामले में न्यायालय का हस्तक्षेप आवश्यक है।
टीएमसी के भीतर यह मामला चर्चा का विषय बन गया है क्योंकि पार्टी ने पिछले कई महीनों में कई नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। यह घटना भी पार्टी की सख्त अनुशासन नीति की एक और मिसाल मानी जा रही है।
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