तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (DGP) शंकर जीवाल ने चेन्नई शहर के प्रति अपने गहरे जुड़ाव को साझा करते हुए कहा कि यह शहर अब उनका घर बन चुका है। उन्होंने बताया कि पुलिस सेवा के दौरान चेन्नई ने उन्हें न सिर्फ एक अधिकारी के रूप में, बल्कि एक इंसान के रूप में भी आकार दिया है।
शंकर जीवाल ने कहा कि चेन्नई में काम करते हुए उन्हें लोगों का भरपूर समर्थन और स्नेह मिला। उन्होंने शहर की सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक समरसता और नागरिकों के सहयोगी स्वभाव की सराहना की। उनके अनुसार, चेन्नई सिर्फ एक महानगर नहीं है, बल्कि यह अपनेपन की भावना से भरा हुआ ऐसा शहर है जो हर आने वाले व्यक्ति को अपना बना लेता है।
उन्होंने पुलिस बल के आधुनिकीकरण, स्मार्ट पुलिसिंग और सामुदायिक पुलिसिंग के प्रयासों का भी जिक्र किया, जिससे शहर में कानून-व्यवस्था मजबूत हुई है। शंकर जीवाल का मानना है कि चेन्नई पुलिस ने तकनीकी नवाचार और जनता के साथ बेहतर संवाद से अपराध नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को नई दिशा दी है।
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डीजीपी ने यह भी कहा कि चेन्नई की तेज रफ्तार जिंदगी और आधुनिक विकास के बावजूद यहां की पारंपरिक संस्कृति और आपसी भाईचारा अब भी कायम है। “मैंने यहां लोगों के साथ घुलते-मिलते हुए सीखा कि यह शहर सभी के लिए अवसरों का द्वार खोलता है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने अंत में कहा कि चेन्नई की सेवा करना उनके लिए सम्मान की बात है और वे इस शहर की सुरक्षा और प्रगति के लिए पूरी निष्ठा से काम करते रहेंगे।
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