ओडिशा के कंधमाल जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ों में प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के शीर्ष नेता गणेश उइके समेत छह माओवादी मारे गए हैं। यह कार्रवाई गुरुवार (25 दिसंबर, 2025) को हुई, जिसे सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
मारे गए माओवादियों में गणेश उइके शामिल है, जो सीपीआई (माओवादी) की केंद्रीय समिति का सदस्य था और ओडिशा में संगठन के संचालन का प्रमुख था। अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार को सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई, जिसमें गणेश उइके और तीन अन्य माओवादी ढेर हो गए। इसके साथ ही, मंगलवार से जारी मुठभेड़ों में अब तक कुल छह माओवादियों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस कार्रवाई को माओवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि इस निर्णायक सफलता के साथ ओडिशा माओवाद से पूरी तरह मुक्त होने की दहलीज पर खड़ा है। गृह मंत्री ने सुरक्षा बलों की बहादुरी और रणनीतिक कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें माओवाद के समूल उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है।
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सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, कंधमाल और आसपास के क्षेत्रों में माओवादियों की गतिविधियों की खुफिया सूचना के आधार पर सघन तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की, जिसके जवाब में बलों ने भी कार्रवाई की।
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से हथियार, गोला-बारूद और नक्सली साहित्य भी बरामद किया गया है। क्षेत्र में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि किसी अन्य माओवादी की मौजूदगी को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
यह मुठभेड़ न केवल ओडिशा बल्कि पूरे देश में माओवाद के खिलाफ चल रहे अभियान के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ मानी जा रही है।
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