दुबई एयर शो के दौरान तेजस विमान दुर्घटना में शहीद हुए विंग कमांडर नमांश स्याल के पार्थिव शरीर को रविवार (23 नवंबर 2025) की सुबह कोयंबटूर के पास स्थित एयर फोर्स स्टेशन सुलूर लाया गया। इस अवसर पर भारतीय वायुसेना के अधिकारियों, जवानों और उनके सहकर्मियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
विंग कमांडर स्याल भारतीय वायुसेना की नंबर 45 स्क्वाड्रन ‘फ्लाइंग डैगर्स’ से जुड़े थे, जो सुलूर एयरबेस पर तैनात है। यह स्क्वाड्रन हल्के लड़ाकू विमान LCA HAL तेजस संचालित करने वाली वायुसेना की दो प्रमुख स्क्वाड्रनों में से एक है। तेजस विमान IAF की स्वदेशी लड़ाकू क्षमता का महत्वपूर्ण प्रतीक माना जाता है, और विंग कमांडर स्याल इसके अनुभवी पायलटों में से थे।
दुबई एयर शो के दौरान हुए इस हादसे ने पूरे देश को शोक में डाल दिया है। वायुसेना ने घटना की विस्तृत जांच का आदेश दिया है ताकि दुर्घटना के वास्तविक कारणों की पूरी जानकारी मिल सके। स्याल के निधन पर कई सैन्य अधिकारियों, राजनीतिक नेताओं और देशवासियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
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सुलूर एयरबेस पर आयोजित समारोह में वायुसेना कर्मियों ने सैन्य सम्मान के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके परिवार को भी इस दुख की घड़ी में पूरा सैन्य सहयोग प्रदान किया जा रहा है। विंग कमांडर स्याल के बलिदान को राष्ट्र लंबे समय तक याद रखेगा, विशेषकर ऐसे समय में जब भारत अपनी स्वदेशी रक्षा तकनीक को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर रहा है।
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