अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार (30 नवंबर 2025) को पुष्टि की कि हाल ही में उनकी वेनेज़ुएला के नेता निकोलस मदुरो से बातचीत हुई थी। इस बीच कराकास ने अमेरिका की सैन्य तैनाती को “हमले की तैयारी” बताते हुए कड़ा विरोध जताया है। दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है।
अमेरिका कैरिबियन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सैन्य जमावड़ा कर रहा है और मदुरो द्वारा संचालित कथित “कार्टेल ऑफ द सन्स” को आतंकवादी संगठन घोषित कर चुका है। अमेरिका ने मदुरो की गिरफ्तारी के लिए 5 करोड़ डॉलर इनाम की घोषणा भी की है। वाशिंगटन का दावा है कि यह तैनाती ड्रग तस्करी को रोकने के लिए है, जबकि कराकास का कहना है कि अमेरिका का उद्देश्य शासन परिवर्तन है।
ट्रम्प ने बताया, “यह बस एक फोन कॉल था,” और यह स्पष्ट नहीं किया कि बातचीत सकारात्मक रही या नकारात्मक। रिपोर्ट के अनुसार दोनों के बीच संभव बैठक पर चर्चा हुई, जबकि वॉल स्ट्रीट जर्नल ने कहा कि बातचीत में मदुरो को पद छोड़ने पर माफी की शर्तें भी शामिल थीं। अमेरिकी सीनेटर मार्कवेन मुलिन ने दावा किया कि अमेरिका ने मदुरो को रूस या किसी अन्य देश जाने का विकल्प दिया है।
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वेनेज़ुएला इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करता है और कहता है कि “कार्टेल ऑफ द सन्स” नाम का कोई संगठन मौजूद ही नहीं है। विशेषज्ञ भी मानते हैं कि यह वरिष्ठ अधिकारियों में भ्रष्टाचार का संदर्भ है, न कि किसी संगठित गैंग का।
कराकास ने ओपेक से अमेरिकी “आक्रमण” को रोकने में मदद की अपील की है। मदुरो ने पत्र में लिखा कि अमेरिका वेनेज़ुएला के विशाल तेल भंडार पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।
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