उत्तराखंड के चमोली जिले में एक जलविद्युत परियोजना स्थल पर भूस्खलन की घटना में 12 मजदूर घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव अभियान शुरू किया।
अधिकारियों के मुताबिक, यह हादसा तब हुआ जब मजदूर परियोजना स्थल पर निर्माण कार्य में लगे हुए थे। अचानक हुए भूस्खलन में बड़ी मात्रा में मलबा गिरने से कई मजदूर उसमें दब गए। SDRF और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायलों को मलबे से बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया।
डॉक्टरों के अनुसार, घायलों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। दुर्घटनास्थल पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और परियोजना क्षेत्र में फिलहाल काम रोक दिया गया है।
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जिला प्रशासन ने बताया कि भूस्खलन के कारणों की जांच की जा रही है। इस घटना ने निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों और निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून के मौसम में पहाड़ी इलाकों में इस तरह की दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ जाता है, इसलिए अतिरिक्त एहतियाती कदम जरूरी हैं।
स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता और मुआवजा प्रदान किया जाएगा। साथ ही, भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए परियोजना स्थल की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का निर्णय लिया गया है।
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